प्राधिकरण और पुलिस विभाग इसीलिए वेंडर का डाटा हमें इकट्ठा करने नहीं दे रहा क्यों राज खुल जाएगा | RPSU NEWS
नोएडा प्राधिकरण के समान प्रशासन पूर्व पीसीएस अधिकारी इंदु प्रकाश एवं कार्यालय अधीक्षक अशोक जैन एजीएम आशीष भाटी कंप्यूटर ऑपरेटर अमर द्वारा पथ विक्रेता के साथ धोखाधड़ी की जा रही है फर्जी तरीके से अलॉटमेंट लेटर दिए जा रहे हैं
RPSU NEWS मैं जब 2022 में इसका विरोध किया तो हमारे साथ मारपीट की गई पूर्व टीसीएस अधिकारी इंदु प्रकाश एवं कार्यालय अधीक्षक द्वारा प्राधिकरण सेक्टर 6 कार्यालय एवं सीनियर मैनेजर द्वारा एवं कनिष्ठ ऑफिसर सुपरवाइजर द्वारा पथ विक्रेताओं के जो फार्म जमा है ऊंट कंट्रोल संख्या को हेयर फेर कर पैसे लेकर जिसकी कीमत 30000 से ₹50000 रिश्वत लेकर फर्जी लाइसेंस दिया जा रहे हैं जिसका सबूत हमारे पास है आप लोग यह जानते हैं कि शाम किशोर गुप्ता प्रदेश अध्यक्ष रेडी पटरी संचालक वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश कोई भी बात बिना सबूत के नहीं बोलते हैं जब तक हमारे हाथ में सबूत ना लगे आपको बताते चलें जिन विचारों ने फार्म जमा किए थे 2018 में उनकी कंट्रोल संख्या है उनकी कंट्रोल संख्या के नाम से किसी और को दे रहे हैं
और जिनके फॉर्म जमा है उनको और कोई कंट्रोल संख्या से दे रहे हैं जिनकी कंट्रोल संख्या ही नहीं है पैसे लेकर कुछ टाउन पेंटिंग कमेटी के सदस्य उनका सत्यापन किया जिसमें नोएडा प्राधिकरण के कंप्यूटर ऑपरेटर लक्ष्मी नारायण पूर्व कंप्यूटर ऑपरेटर वर्तमान में अमर कंप्यूटर ऑपरेटर एवं अशोक जैन आशीष भाटी एवं यादव द्वारा पैसे लेकर फर्जी लाइसेंस अलॉटमेंट लेटर दिए जा रहे हैं और सबसे बड़ी बात क्या है चालान फॉर्म भी दे दिया गया फर्जी अलॉटमेंट लेटर का और मेंटेनेंस का किराया भी जमा कर दिया गया क्योंकि बैंक में प्रत्येक अलॉटमेंट लेटर के समान प्रशासन में एक महिला कर्मचारी कंप्यूटर ऑपरेटर अशोक जैन के संरक्षण में₹20000 लिए जाते हैं तब फर्जी अलॉटमेंट लेटर बनाकर दिया जाता है यह बात जब हमने पड़ी तब प्राधिकरण ने हमें ही कातिल बना दिया मुलजिम बना दिया और किसी का फॉर्म जमा अलॉटमेंट लेटर जब दिया जाता है तो उसके साइन कराए जाते हैं लेकिन यहां तो एक दूसरा काम हुआ है जिसका अलॉटमेंट है उसकी सूचना नहीं दी जाती है और किसी माफिया को अलॉटमेंट लेटर दे दिया जाता है शिकायत करने पर प्राधिकरण ने अभी तक 3 साल में कोई जवाब नहीं दिया है
और उसकी जगह पर वेंडिंग जोन में माफियाओं का कब्जा करवा कर रखा है वह महिला दौड़ रही है चक्कर लगा रही है लेकिन सुनने वाला कोई नहीं लीगल एडवाइजर भी उसकी सुनवाई नहीं कर रहे हैं जो पथ विक्रेता निवारण समिति के अध्यक्ष हैं और सामान प्रशासन में अगर वह महिला जाती है तो उसे बदतमीजी की जाती है ऐसे कई मामले प्राधिकरण के हमारे पास साक्षी आ चुके हैं जो प्राधिकरण फर्जी तरीके से अलॉटमेंट लेटर देती है और टेबल के नीचे से पैसा लेती है इसीलिए नोएडा प्राधिकरण और पुलिस की मिली भगत से हमें रेडी पटरी वालों का सर्वे करने से रोकते हैं जबकि हमारा अधिकार है क्यों मेरी एक रजिस्टर्ड यूनियन है फिर भी हमें रोका जाता है पुलिस कहती है
आप रेहड़ी पटरी संचालक का कोई भी डाटा इकट्ठा नहीं कर सकते हैं ना उनका सत्यापन कर सकते हैं ना उनको सदस्य बना सकते हैं तो फिर हमारी यूनियन किस लिए है अगर जब हम उनको सदस्य नहीं बना सकते उनका डाटा नहीं रख सकते अपने पास तो फिर हमारी संगठन किस काम की है जिसका नेतृत्व करते हैं उसी का लेखा-जोखा हमारे पास नहीं है होगा तो पुलिस और प्राधिकरण हमें क्यों रोकता है इसलिए रोकता है कि नोएडा में वेंडिंग जोन में इतने घोटाले और फर्जी लाइसेंस है एक लाइसेंस पर तीन-तीन चार-चार दुकान चल रही है दूसरे सेक्टर में अलग दुकान लगती है एक ही लाइसेंस पर और उसका समान प्रशासन के संज्ञान में भी है और संज्ञान वरिष्ठ अधिकारियों के भी है कंप्यूटर ऑपरेटर और विशेष अधिकारी इंदु प्रकाश समान प्रशासन पूर्व में इतने बड़े घोटाले किए हैं अपने घर पर वेंडर को बुलाकर लाइसेंस भी ट्रांसफर किए हैं जो हमारे पथ विक्रेता नियम वाली 2017 एवं पथ विक्रेता अधिनियम 2014 में नहीं है में नहीं है हमें यहां तक मालूम हुआ है की लाइसेंस परिवर्तन करने के लिए ₹50000 प्रति लाइसेंस समान प्रशासन के विशेष अधिकारी इंदु प्रकाश जो पूर्व अधिकारी है पीसीएस उन्होंने लिए हैं यह सारे सबूत हमारे पास है जो हम न्यायालय में प्रस्तुत करेंगे मैंने कुछ लोगों को ऐसे पड़ा है कि हमने एक जगह लाइसेंस चेक किया वहीं लाइसेंस नंबर वही कंट्रोल संख्या वही फोटो लगा लाइसेंस हमें दूसरे सर्कल में मिला जब यह सारी चीज हमने पड़ी पथ विक्रेता अध्यक्ष एवं अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी सतीश पाल जो आईएएस अधिकारी है उसी दिन से मैं मतलब श्याम किशोर गुप्ता से मिलना और पास बनाना बंद कर दिया सिर्फ हमारे नाम का मुख्य कार्यपालक्करी ने भी क्योंकि रितु माहेश्वरी जी को सारी जानकारी प्राप्त हो गई थी
और उन्होंने इस पर एक्शन भी लिया लेकिन 3 दिन बाद उनका ट्रांसफर हो गया और फाइल को खत्म कर दिया गया तो सतीश पाल जो आईएएस अधिकारी है₹50000 प्राप्त लाइसेंस के लेते हैं जो फौजी तरीके से बनाए जाते हैं एक तरफ सतीश पाल जो आईएएस अधिकारी है आईजीआरएस पर रहते हैं की जो 2018 में फॉर्म जमा हुए उन्हीं को पात्रता दी जाएगी और किसी को नहीं दी जाएगी हमारे पास जगह नहीं है लेकिन सतीश पाल द्वारा और इंदु प्रकाश पूर्व अधिकारी समाज प्रशासन विशेष अधिकारी एवं कार्यालय अधीक्षक अशोक जैन एवं आशीष भाटी और कुछ दलाल जो पैसे लेकर यह काम करवाते हैं यह सारे सबूत हमारे पास इसीलिए प्राधिकरण ना तो अपनी वेबसाइट पर सत्यापन किए हुए फॉर्म डालता है ना उनकी लिस्ट डालता है जिन वेंडर का लाइसेंस दिया गया है ना उनकी सूची डाली जाती है कंट्रोल संख्या और डीडी संख्या सहित
क्योंकि अगर प्राधिकरण इस चीज को डाल दे तो जनता भी सबूत इकट्ठा कर लेगी समान प्रशासन में महिला कर्मचारी रहती है लाइसेंस तब देंगे जब आप हमें रुपए दोगे ऐसे भी हमारे पास सक्ष और जो हमारे संगठन का सदस्य या प्रार्थना पत्र पर मोहर लगी है तो वह महिला रहती है और सामान प्रशासन के अधिकारी एवं कनिष्ठ ऑफिसर सीनियर मैनेजर जूनियर मैनेजर सुपरवाइजर की तुम्हारा काम कतई नहीं होगा तो हमारे पास ऐसे बहुत से सबूत है जो 2018 में फॉर्म भी नहीं जमा किया था उनको प्राधिकरण द्वारा लाइसेंस प्रदान कर दिया गया है और इसका बहुत बड़ा खुलासा बहुत जल्दी मीडिया के सामने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के सामने रखूंगा सबूत के साथ क्योंकि सतीश पाल आईएएस अधिकारी पूर्व अधिकारी इंदु प्रकाश ने इतना बड़ा घोटाला वेंडिंग जोन में किया है जो वेंडर नहीं उसको वेंडर बना दिया पक्के रेस्टोरेंट करने वालों को लाइसेंस प्रदान कर दिया नौकरी करने वालों को लाइसेंस प्रदान कर दिया Lg फ्लैट में रहने वाले RPSU NEWS
स्काई शॉपिंग मॉल में उनकी दुकान हैं उनका लाइसेंस उनको पात्रता दी जा रही है तो इसका बहुत जल्दी खुलासा हम करेंगे एक व्यक्ति एक सेक्टर में नहीं कई सेक्टर में दुकान लगा रहा है एक लाइसेंस पर लिए प्राधिकरण के अधिकारियों की निगरानी में है लेकिन सिर्फ श्याम किशोर गुप्ता अधिकारियों के आंखों में खटकते हैं क्योंकि उसे सच बोलते हैं मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहा हूं और लड़ता रहूंगा मैं किसी आईएएस पीसीएस अधिकारी से नहीं डरता हूं मैं संविधान मानता हूं संविधान के हिसाब से चलता हूं बहुत जल्द खुलासा नोएडा प्राधिकरण का आईएएस पीसीएस अधिकारी एवं कंप्यूटर ऑपरेटर कार्यालय अधीक्षक और विशेष अधिकारी पीसीएस अधिकारी के खिलाफ सारे सबूत हमारे पास मौजूद हैं RPSU NEWS