नोएडा प्राधिकरण पहुंची रेहड़ी पटरी संचालक वेलफेयर एसोसिएशन (प्रदेश महासचिव – अपर्णा शर्मा) जिनके द्वारा प्राधिकरण सामान्य प्रशासन कार्यालय अधीक्षक से अंतरिम पथ विक्रेता समिति से हटाए जाने के प्रमाण मांगे जिसपर कार्यालय अधीक्षक द्वारा कहा गया आपके द्वारा लिखित में पूछे जाने पर जवाब दिया जाएगा | आपको बताते चले दिनांक 20-12-2023, 13-01-2024 को लिखे गए पत्र का जवाब प्राधिकरण द्वारा अभी तक नहीं दिया गया व कथन करे जा रहे है हमे कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ, जबकि जमा कराए गए पत्रों की रीसीविंग रेहड़ी पटरी संचालक वेलफेयर एसोसिएशन कार्यालय में मौजूद है, प्राधिकरण के पास जब देने को जवाब नहीं होता तो प्रशन ही गायब हो जाते या प्रशन उठाने वाला खुद |
Noida :- प्राधिकरण द्वारा वाट्स एप पर एक पत्र भेज कर सूचित कराया जाता है, श्री श्याम किशोर गुप्ता एवमं अपर्णा शर्मा (रेहड़ी पटरी संचालक वेलफेयर एसोसिएशन) को टाउन वेंडिंग कमेटी से हटाया जाता है, नोएडा प्राधिकरण के सामान्य प्रशासन कार्यालय प्रबंधक द्वारा पत्र में उल्लेख करा है “के विरुद्ध विभिन्न आपराधिक धाराओं में विभिन्न थानों में प्राथमिकता दर्ज होने के कारण तत्काल प्रभाव से इन दोनों सदस्यों को अंतरिम पथ विक्रेता समिति से हटाया जाता है”, जिसके संबंध में श्याम किशोर गुप्ता एवमं अपर्णा शर्मा (रेहड़ी पटरी संचालक वेलफेयर एसोसिएशन) ने प्राधिकरण मुख्य कार्यपालक अधिकारी, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, कार्यालय अधीक्षक सामान्य प्रशासन को दिनांक 20-12-2023, 13-01-2024 को पत्र लिख अपने विरुद्ध दर्ज आपराधिक धाराओं में दर्ज मुकदमों की जानकारी लेनी चाही जिनके कारण उन्हें अंतरिम पथ विक्रेता समिति से हटाया गया परंतु आज तक नोएडा प्राधिकरण द्वारा जवाब नहीं दिया गया है, प्राधिकरण जवाब दे भी कैसे कोई आपराधिक मुकदमा हो भी तो | नोएडा प्राधिकरण के कथनों में सत्य मारा जा चुका है ऐसे ही नहीं भ्रष्ट प्राधिकरण के नाम से मशहूर नहीं है |
श्री श्याम किशोर गुप्ता द्वारा पुलिस आयुक्त महोदय को आरी टी आई लिख नोएडा शहर के सभी थाना क्षेत्रों में उनके विरुद्ध दर्ज मुकदमों की जानकारी मांगी जिसपर 32 थानों की रिपोर्ट में केवल एक थाना 20 में उनपर एक मुकदमा दर्ज है जो की प्राधिकरण के दामाद माफिया/सिंडीकेट द्वारा दर्ज कराया गया जिसमें पुलिस द्वारा अभी तक श्री श्याम किशोर गुप्ता को दोषी नहीं पाया गया है ओर जब तक दोष साबित ना हो जाए किसी को दोषी या अपराधी कहा जाना उचित नहीं, परंतु प्राधिकरण अपनी गरिमा भूल चुकी है जिसे जो चाहे कह सकती है जो चाहे वो बना सकती है |
Noida प्राधिकरण को एक ऐसा मुकदमा दिख जाता है जिसमें कोई सच्चाई नहीं मुकदमे की जांच पुलिस नहीं कर रही, ऐसा मुकदमा को संसद के दबाव में आकार लिखा गया “नोएडा प्राधिकरण को सूचित करा दें आपके द्वारा ग्रीवान्स कमेटी का अध्यक्ष अपने लीगल एड्वाइजर को बनाया गया है उनसे भी जानकारी प्राप्त कर लें जब तक जुर्म साबित नहीं होता मुलजिम कहा जाना उचित नहीं”
प्राधिकरण द्वारा गलत नीतियों पर कार्य करे जा रहे है, प्राधिकरण द्वारा सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 का भी अपमान करा जा रहा है, प्राधिकरण सीईओ को लिखे गए अनेकों RTI पत्रों के जवाब भी प्राधिकरण देने को तैयार नहीं है |
वकीलों को, रेस्टोरेंट मालिकों को, प्रॉपर्टी डीलर को, राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं को, ऐसे परवर्ती के लोग जो तड़ी पार जैसी सजा काट चुके है, तो अंतरिम पथ विक्रेता समिति/टाउन वेंडिंग कमेटी में शामिल करा हुआ है जो पथ विक्रेता अधिनियम के विरुद्ध है | यदि प्राधिकरण को लगता है उनके द्वारा कहे गए किसी भी कथन में सत्यता है तो प्रमाण प्रस्तुत करें या मीडिया के सामने प्राधिकरण के अधिकारी सत्यता की बात करें | नोएडा शहर में वेंडिंग ज़ोन में कितनी धांधली चल रही यह किसी से छुपा नहीं है, प्राधिकरण द्वारा कभी वेंडिंग ज़ोन में कार्य कर रहे लाइसेंसी वेंडर की दुकान तोड़ दी जाती क्यूंकी लाइसेंसी वेंडर प्राधिकरण वर्क सर्कल को पैसे नहीं देता, वर्क सर्कल द्वारा लगवाई जा रही अवैध रेहड़ियों की शिकायत करता है तो वेंडर के रोजगार पर बुलडोजर चलवा दिया जाता, अक्सर यही देखा गया है जो गरीब आवाज उठता है प्राधिकरण उसपर प्रहार कर उसकी आवाज दबा देती है, नोएडा शहर में वेंडर अपने परिवार के साथ अनशन पर बैठा है, प्राधिकरण के दामाद उनके चाहने वाले वेंडर का झुटा समझौते का वीडियो वायरल करते है जिससे गैर लाइसेंसी दुकानें फिरसे लगने लगें उनकी कमाई फिर सुरू हो सके |