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RPSU NEWS – भारत की डिजिटल क्रांति, यूपीआई का चेहरा बनने के लिए सड़क विक्रेताओं को प्रधानमंत्री का आह्वान

RPSU NEWS – पीएम मोदी ने कहा कि पीएम स्वनिधि योजना के तहत रेहड़ी-पटरी वालों को पहली बार सस्ता और आसान लोन मिला है, वो भी बिना गारंटी के. उन्होंने डिजिटल इंडिया के विचार को अपनाने के लिए विक्रेताओं की सराहना की।

संक्षेप में RPSU NEWS

  • पीएम मोदी ने रेहड़ी-पटरी वालों को ‘भारत की डिजिटल क्रांति का चेहरा’ बताया
  • वह ग्रामीण और अर्ध-शहरी जीवन में बदलाव के लिए मुद्रा, पीएम स्वनिधि योजनाओं को श्रेय देते हैं
  • उनका कहना है कि पीएम स्वनिधि योजना ने रेहड़ी-पटरी वालों को बिना गारंटी के सस्ते, आसान ऋण की पेशकश की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2024 में बोलते हुए देश के रेहड़ी-पटरी वालों की सराहना करते हुए उन्हें “भारत की डिजिटल क्रांति का चेहरा” बताया।

RPSU NEWS – पीएम मोदी ने कहा, “जिस तरह से उन्होंने डिजिटल इंडिया को अपनाया है, उसके लिए मैं उनकी प्रशंसा करता हूं। मुझे लगता है कि यह बहुत अच्छा काम है। जिनका अपमान किया जाता था, अनपढ़ कहा जाता था, वे रेहड़ी-पटरी वाले, आज वे भारत की डिजिटल क्रांति का चेहरा हैं।”

भारत के स्ट्रीट फूड की चर्चा देश-विदेश सभी जगह पर है भारतीय व्यंजनों में अनेकों ऐसे व्यंजन है जो रोडो पर ठेले पर बिकते हैं जिनका स्वाद लजीज होता है भारत की अर्थव्यवस्था का भी है एक अहम अंग है पटरी व्यवसाय से रोजाना करोड़ों की आमदनी होती है परंतु पटरी दुकानदार फिर भी रहते हैं परेशान क्योंकि उन्हें स्थाई जगह नहीं मिलती उनकी कमाई में हिस्से बाट हो जाते हैं स्थानीय पुलिस, नगर निगम, प्राधिकरण, एमडी, के कर्मचारियों अधिकारियों द्वारा ठेला लगाए जाने के लिए अवैध रूप से पैसे मांगे जाते हैं जो पटरी दुकानदार को मजबूरन देने पड़ते हैं हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भारत के डिजिटल क्रांति यूपीआई का चेहरा बनने के लिए सड़क विक्रेताओं को प्रोत्साहन करते हैं, पथ विक्रेता अधिनियम 2014 पथ विक्रेता नियम वाली 2017 का पालन तो मोदी जी के अधिकारी गण करते नहीं है वेंडर को उसका रोजगार करने देते नहीं रेहड़ी तोड़ देते हैं वेंडर अपना कार्य नहीं कर सकता नेताओं का हाथ सर पर होगा बीजेपी का झंडा सामने खड़ा होगा तो रेहडी लगेगी |

देश विदेश से लोग भारत आकर स्ट्रीट फूड का स्वाद उठाते हैं और उनके दुख उनके दर्द की बात कोई नहीं करता सभी बस खाना पूर्ति में लगे हैं पटरी व्यवसाय का रोजगार चले या वह नष्ट हो जाए किसी को कुछ फरक नहीं देश के आजादी के समय से लेकर अभी तक पटरी व्यवसाय जारी है जो कभी खत्म नहीं हो सकता |

RPSU NEWS – नोएडा प्राधिकरण लाइसेंसी वेंडर की रेहडी तोड़ देती है, गैर लाइसेंसी वेंडर को कुछ नहीं कहा जाता वेंडिंग ज़ोन बनाकर तैयार कर दिए जाते 300 को आवंटन प्रदान कर दिया गया परंतु फिर भी पेंडिंग जॉन खाली है सभी वेंडर अपने पुराने स्थान पर ही कार्यरत है अधिकारियों को जा रही होती है कमाई, एक और वेंडिंग जून निरस्त कर दी जाती यहां कहकर की वाइंडिंग जॉन बनाने के लिए उचित स्थान नहीं है और आवंटाइटल्स को अन्य स्थान पर स्थानांतरित कर दिया था फिर उसी निरस्त ट्रेनिंग जोन में पैसे वालों को आवंटन प्रदान कर दिया था प्राधिकरण के अधिकारियों की वर्षा यही है ना रहेगा गरीब ना बचेगा अमीरों का होगा वेंडिंग जोन |

ऑस्ट्रेलिया के उपप्रधानमंत्री रिचर्ड मार्ल्स ने 20 नवंबर को दिल्ली के स्ट्रीट फूड का स्वाद चखा। मार्ल्स को ‘राम लड्डू’ खाते हुए देखा गया और उन्होंने ‘शिकंजी’ का स्वाद भी चखा। बाद में उन्होंने यूपीआई के जरिए भुगतान किया। द ट्रिब्यून, जो अब चंडीगढ़ से प्रकाशित होता है, ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान में) में प्रकाशन शुरू किया। इसकी शुरुआत सार्वजनिक-उत्साही परोपकारी सरदार दयाल सिंह मजीठिया द्वारा की गई थी, और यह एक ट्रस्ट द्वारा चलाया जाता है जिसमें पांच प्रतिष्ठित व्यक्ति ट्रस्टी होते हैं।

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